मंगलवार के दिन शिव मंदिर में जाकर शिव लिंग पर मसूर की दाल चढ़ाएं “ऊँ ऋण-मुक्तेश्वर महादेवाय नमः” मंत्र का जाप करें।
कर्ज के चलते व्यक्ति अपने जीवन के स्वर्णिम समय को भी अच्छे से जी नहीं सकता।
कहा जाता है कि भोजन में गुड़ का प्रयोग भी लाभदायक है।
एक नारियल पर चमेली का तेल मिले सिन्दूर से स्वस्तिक का चिह्न बनाएं। कुछ भोग (लड्डू अथवा गुड़-चना) के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित करके ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। आप हर रोज लाल मसूर की दाल का दान करें और मंगलवार के दिन शिवलिंग पर मसूर की दाल और जल अर्पित करें। इसके बाद ओम ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम: का जाप करें। इससे आपको कर्ज और लोन से धीरे-धीरे मुक्ति मिल जाएगी। तत्काल लाभ प्राप्त होगा।दूसरा उपाय शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और उसको नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
इमली के पेड़ की एक शाखा को अपनी तिजोरी में रखें
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कर्ज मुक्ति के लिए कर्ज मुक्त मंगल स्तोत्र का karj mukti upay पाठ करें।
कुमारं शक्तिहस्तं च मङ्गलं प्रणमाम्यहम्॥५॥
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मंगलवार को कर्ज लेना कभी न भूलें और मंगलवार से लिए गए कर्ज की पहली किश्त देना शुरू कर दें। इसके कारण कर्ज जल्द ही दूर हो जाता है।
भयक्लेशमनस्तापा नश्यन्तु मम सर्वदा॥८॥
वैदिक शास्त्र की बात करें तो ज्योतिष के अनुसार, छठवें, आठवें, बारहवें और मंगल को कर्ज का कारक ग्रह माना जाता है. जब कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर होते हैं या छठवें, आठवें और बारहवें में नीच स्थिति में रहते हैं तो व्यक्ति अधिकतर समय कर्ज में रहता है.
हर व्यक्ति सुख-सुविधाओं से परिपूर्ण जीवन व्यतीत करने की इच्छा रखता है। लेकिन, दुर्भाग्यवश उसे जीवन में कई बार ऐसे फैसले लेने पड़ते है, जो उसे जीवनभर के लिए परेशानियों में